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Shri Sandeep Kumar Singh is an Indian politician and the current Minister of State for Technical Education in the Government of Uttar Pradesh. Sri Sandeep Singh is Grand son of Sri Kalyan Singh who have been Twice Chief Minister of UP and Governer of Rajasthan.
Education - MA in Public Relation and Strategic Communication, Leeds Beckett University United Kingdom.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के चतुर्थ सरसंघचालक प्रोफेसर राजेंद्र सिंह रज्जू भैया की 100वीं जयंती के अवसर पर आयोजित ऑनलाइन वेबनार का प्रारम्भ देश भक्ति गीत के साथ हुआ। वेबनार को सम्बोधित करते हुये राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व सरकार्यवाह भैयाजी जोशी ने कहा कि भारत को विश्व गुरु के स्थान तक पहुंचाने और गरिमा को बनाए रखने के लिए अनुभवी व्यक्तियों के मार्गदर्शन के द्वारा ही युवा वर्ग को आगे बढ़कर देश के लिए काम करना होगा। जरूरी है कि युवा शक्ति को भौतिक जगत के चकाचौंध के साथ ही भारत को भी पहचानना होगा कि हमारा देश क्या है? हमारा समाज क्या है? क्योंकि युवा शक्ति पश्चिम जगत से बहुत अधिक प्रभावित है। हमारे ऋषि-मुनियों ने हमारे चिंतकों ने महापुरुषों ने एक स्वप्न अगर सबके सामने रखा है तो भारत की युवा शक्ति के बल पर ही उसकी कार्यशीलता के आधार पर विश्व गुरु के स्वप्न को साकार करना संभव है। युवा शक्ति के अंदर समाज के लिए कार्य करने की जिज्ञासा पैदा करनी होगी। अर्थात समाज को कुछ देने की क्षमता विकसित करनी होगी।
व्याख्यान माला वेबनार में लेफ्टिनेंट जनरल बी के चतुर्वेदी ने कहा कि भारत को हमेशा बलिदानी और त्यागियों की भूमि कहा गया है। डॉ राम मनोहर जी ने कहा कि 1952 से विद्या भारती देश में सेवा कर रहा है और आज लगभग 25000 विद्यालय देशभर में विद्या भारती द्वारा चल रहे हैं जो युवाओं की संस्कारशील बना रहे हैं।
विज्ञान भारती के अखिल भारतीय संगठन मंत्री जयंत सहस्त्रबुद्धे जी ने कहा कि आज वैज्ञानिकों का समाज के साथ सतत संबंध बनाना जरूरी है। आंध्र विश्वविद्यालय में लंबे समय तक सेवा देने वाले श्री जी एस मूर्ति जी एवं अन्य वक्ताओं में प्रसिद्ध लेखक रतन शारदा जी तथा न्यूयार्क से जुड़े हुए रामेश्वर नाथ जी भार्गव ने भी अपने विचार रखे।तथा विदेशों में अपनी सेवाएं दे चुके डॉ शंकर तत्ववादी जी ने कहा कि रज्जू भैया के शिष्य आज देश विदेश में समाज की सेवा को ज्ञान विज्ञान की सेवा दे रहे हैं।
उदघाटन सत्र नागपूर से हुआ जिसमे कार्यक्रम की प्रस्तावना श्री उमेश अनिखिंडी, दिप प्रज्वलन नागपूर महानगर संघचालक मा. श्री राजेश जी लोया, भारतीय विचार मंच नागपूर के संयोजक श्री सुनिलजी कीटकरू संस्था की अध्यक्षा श्रीमती आभा सिंग इनके द्वारा किया गया I वैयक्तिक गीत - श्री आनंद कीटकरू इन्होने प्रस्तुत किया I ऑनलाइन व्याख्यान माला में अध्यक्ष आभा सिंह,छाया गाड़े, अजय कुमार सिंह, आलोक सिंह अजय सिंह के साथ ही देश विदेश से लगभग 150 बुद्धिजीवी और सामाजिक कार्यकर्ता जुड़े रहे। वेबनार का संचालन कमांडर जेटली जी ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन अजय सिंह जी द्वारा दिया गया।